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Tesla Cars- Models, qualities, Features, price, Tesla Cars कि पूरी जानकारी।

Admin

 नमस्कार दोस्तो स्वागत है आपका हमारे ब्लॉग Hindi Chats मे। आज के हमारे इस लेख में हम टेस्ला कार के बारे में सारी जानकारी देंगे। टेस्ला कर में क्या फीचर्स होते है। टेस्ला कार के मॉडल्स और इसकी खासियत क्या होती है। 

जैसे जैसे नई technologies सामने आ रही है लोगो के लिए नए नए features वाली चीज़े मार्केट में आ रही है। अगर हम कर कि ही बात करें तो मार्केट में बहुत सारे और अलग अलग features वाली कार आपको मिल जाएगी।

टेस्ला कर्स भी उन कारों में से एक है जो लेटेस्ट फीचर और एनवायरनमेंट फ्रेंडली है।

टेस्ला कंपनी पहले टेस्ला मोटर्स के नाम से जानी जाती थी। ये एक अमेरिकन कंपनी है जो ऑटोमोबाइल्स बनती है। 

टेस्ला कंपनी का नाम अमेरिकी आविष्कारक Nikola Tesla के नाम पर रखा गया था। 

टेस्ला मोटर्स जो कि इस कंपनी का नाम है इसे इसे इलेक्ट्रिक स्पोर्ट्स कार बनाने के लिए बनाया गया था। 

2010 से Elon Musk इसके CEO है।

टेस्ला की पहली कार के प्रोटोटाइप रोडस्टर को आधिकारिक तौर पर 19 जुलाई 2006 को कैलिफोर्निया में santa monica हवाई अड्डे पर बार्कर हैंगर मे officially रिवील किया गया।

इसमें 350 लोगों को इन्वाइट किया गया लेकिन टेस्ला मोटर्स ने इसे 2008 में लॉन्च किया। 

टेस्ला की ये पहली कार पूरी तरह से इलेक्ट्रिक थी। कंपनी टेस्ट के द्वारा एक चार्ज करने पर इसने 245 मील तक कि दुरी तय कि को कि पहली बार किसी इलेक्ट्रिक कर ने किया था। 

इसके अलावा अन्य टेस्ट से पता चला कि इसकी परफॉर्मेंस किसी दूसरी गैसोलीन से चलने वाली स्पोर्ट्स कर के comparison में काफी ज्यादा बेहतर थी। 

एक रोडस्टर 4 second से भी कम टाइम में 0 से 60 मील(96km/hr) से भी तेज दुरी तय कर सकती है। और 200 कम कि स्पीड तक तेज़ हो सकती है। 

Elon Musk ने कंपनी के अंदर एक अहम किरदार निभाया और रोडस्टर का टेस्ट बहुत ही deep level पर किया फिर चाहे वो उसके डिजाइन का टेस्ट हो है स्पीड का।

शुरआत से ही टेस्ला ने बताए दिया था कि उनका Goal महंगे इलेक्ट्रिक व्हीकल्स बनाना था। टेस्ला का goal एक प्रीमियम स्पोर्ट्स कार के साथ शुरआत करना और बाद में और सस्ती और अच्छी क्वालिटी की कार बनाना था। 

Tesla Cars ke Model, Price और Features

1. Model-S - 2012 में अपने नए मॉडल S sidan पर फोकस करने के लिए रोडस्टर का प्रोडक्शन बंद कर दिया और यही किसी भी बड़ी कंपनी कि स्ट्रेटजी होती है। बड़ी कंपनिया किसी भी माडल के लिमिटेड एडिशन निकलती है ताकि उसकी लोकप्रियता बनी रहे। तो मॉडल S Sidaan 3 अलग अलग बैटरी ऑप्शन्स के साथ मार्केट में आया। इसमें 379 या 483 कि range limit दी गई। अधिकतम परफॉर्मेंस के साथ बैटरी ऑप्शन्स मे 0 से 60 मील प्रति घंटा कि रफ्तार से 400 सेकंड में 209 कम प्रति घंटा कि स्पीड दी गई है। रोडस्टर मे कर के सामने के हिस्से में बेटरिया रहती थी। जबकि इस मॉडल मे नीचे कि तरफ भी बैटरी लगी थी जिसके कारण सामने कि तरफ ज्यादा जगह मिल सकी। टेस्ला ऑटो पायलट कि फैसिलिटी के साथ 2014 में model S से शुरू हुई। इंडिया में अगर आप इस model को खरीदना चाहते है तो आपको 1.5 क्रोर रुपए खर्च करने होंगे। अमेरिकी और यूरोपीय बाजारों में टेस्ला ने अपने सभी कcompetiters जैसे BMW 7 सीरीज, Audy A 8 और Mercedese Benze S class को हरा दिया। Lift form design के साथ electric sidaan तीन varients के साथ 75 D, 100 D और P 100 D के ऑप्शन्स मे मिलते हैं। इनमे से P 100 D अपने  स्पीड से केवल 2.5 सेकंड्स मे 100km/hr कि गति तय कर सकता है। 

Tesla Model-S


2. Model X
- टेस्ला ने साल 2018 में पहली SUV model x एक  crossover कार लॉन्च किया। क्रॉसओवर का मतलब एक स्पोर्ट्स यूटिलिटी व्हीकल कि सुविधाओं वाली कार इसे all wheel drive setuo के साथ पेश किया गया। मॉडल एक्स मे अधिकतम 475 कम कि बैटरी range थी। और इसमें एक समय में 7 लोग एक साथ बैठ सकते थे। Model X कि इंडियन मार्केट price 2 करोड़ रुपए है। टेस्ला Model X भी एक इलेक्ट्रिक व्हीकल है और विश्वस्तर पर उपलब्ध सबसे तेज़ SUV में से एक है। Model X बहुत तेज़ कार है और यह केवल 2.9 sec में 0-97 km/hr कि स्पीड से चलती है। इसमें एक बहुत ही खास फैसिलिटी है जो कि बाकी कर्स मे नहीं मिलती है। इस कार मे स्पेस बनाने के लिए लास्ट रो कि दो सीट्स को flat। किया जा सकता है। अमेरिकी बाजारों में यह गाड़ी 5 ,6 और 7 seater के साथ मे मिलती है। इसमें और भी कई अच्छे फीचर्स है जैसे इसमें मैप्स और नेविगेशन, रीयल टाइम traffic information और एक्टिव सेफ्टी टेक्नोलॉजी मौजूद है। इसमें टकराने से बचाव और ऑटोमैटिक इमर्जेंसी ब्रेकिंग, LED फॉग  लाइट्स, 3 ऑप्शन LED टर्निंग लाइट्स, ग्लास wind shield तथा ऑटोमिक keyless entry शामिल है। इसमें हर मॉडल के फीचर्स मौजूद हैं। टेस्ला मॉडल x 75 kwh या 100 kwh लिथियम बैटरी से अपनी पॉवर लेती है। Model X के comptetion मे चीन की इलेक्ट्रिक startup neo ने अपना पहला व्हीकल लॉन्च किया है। जो टेस्ला के सभी फीचर्स के साथ इसकी आधी कीमत में बेचने को वादा करता है। टेस्ला मॉडल X की कीमत 65 लाख रुपए से शुरू होती है। 


3. Model 3- अधिक सस्ती कार कि डिमांड के कारण मॉडल 3, 220 मील की limit के साथ साल 2017 मे बनाई गई। लेकिन अब टेस्ला ने अपने इस model का production 2021 तक रोक दिया है। इसकी शोरूम कीमत 60 लाख रुपए रखी गई है। मॉडल 3 को तीन इलेक्ट्रिक पॉवर train ऑप्शन मे पेश किया गया है। Standard plus, long range और performance. Model 3 को केवल एक बार चार्ज करके 423 km तक चलाया जा सकता है। Long range और performance varients एक dual motor all wheel setup के साथ आता है। Long range 568km performance 507 km की range देता है। यह मॉडल केवल 3.1 सेकंड में 0 से 97km/hr कि स्पीड देता है। टेस्ला पहली बार standard plus और long range के साथ india spec model 3 भी पेश कर सकती है। अगर इसके फीचर्स के बारे में बात करे तो टेस्ला के us spec model 3 मे 15inch touch screen infotenment system, 12 way power adjustable front सीट्स वो भी heated function के साथ, दो वायरलेस चार्जिंग pad और 14 स्पीकर्स वो भी साउंड सिस्टम के साथ ऑटोनोमस ड्राइविंग फीचर भी मौजूद हैं और इसके बाकी के मॉडल्स में भी ये फीचर्स मौजूद रहेंगे। बस अब यही देखना की टेस्ला इंडिया स्पेस model 3 के साथ मे क्या पेश करेगी। मॉडल 3 को कोई सीधा कंपटीटर तो नहीं है लेकिन 60 लाख की range कि बाकी कार्स मर्सिडीज बेंज e class, audy a 6, BMW 5 series और volvo s 90 के मुकाबले फीचर के हिसाब से ये सबसे ऊपर ही रहेगा। 



4. Model-Y-
टेस्ला के बाकी मॉडल्स के तरह ही मॉडल Y को भी सफेस्ट बनाने कि कोशिश कि गई है। Low center of gravity और मजबूत बॉडी स्ट्रक्चर और large ग्रंपल जोन्स इसे बाकी कंपनी कि कारो से ज्यादा safe बनाती है। Model Y मे भी बहुत सारे फीचर्स है जैसे इसमें भी मॉडल x कि तरह 7 लोग बैठ सकते हैं। हर दूसरे row कि seat flat हो सकती है। जिससे कोई भी समान रखने के लिए बहुत सारा space मिल जाता है। इसका जो लिफ्ट गए है वो एक low trump floar पर खुलता है। 


जो लोडिंग और अनलोडिंग को आसान बना देता है। टेस्ला all wheel drive मे 2 ultra responsive independent electric मोटर होता है जो आगे और पीछे कि पहियो को डिजिटल तरीके से कंट्रोल करता है। Model Y बारिश, धूप, कीचड़, बर्फ और ऑफ रोड में आसानी से चलती जा सकती है। यह पूरी तरह से इलेक्ट्रिक है इसलिए आपको कभी भी गास स्टेशन पर जाने कि जरूरत नहीं पड़ेगी। अगर घर पर रात भर इसे charge करते है तो पूरे दिन आप इसे बिना चार्ज किए चला सकते हैं। इसकी बैटरी एक पूरा दिन चलने के लिए काफी होती है। और जब आप सड़क पर होते है तो रास्ते में plug स्टेशन्स होते है जहा पर आप आसानी से इसे चार्ज कर सकते हैं। इस समय में दुनिया में 20000 से ज्यादा सुपर चार्जर स्टेशन है और हर हफ्ते 6 नए खुलते है। अब तो इंडिया में भी हर जगह चार्जिंग पॉइंट्स लग रहे हैं। आने वाला समय इलेक्ट्रिक व्हीकल्स का टाइम होगा। इसके एलवा भी मॉडल Y मे कई सारे फीचर्स है। सभी नहीं टेस्ला कार्स मे emergency breaking है इसमें टक्कर कि वार्निंग भी दी जाती है। इसके आलवा इसमें ब्लाइंड स्पॉट मॉनिटरिंग भी मौजूद है। इसमें पूरी तरह से सेल्फ ड्राइविंग कि कैपेबिलिटी होगी। जो शर को सड़कों और ट्रैफिक मे ऑटो ड्राइविंग को सक्षम बनाती है। इसमें आगे कि सीट उठी हुई होती है। वो भी कम  dash के साथ जिससे ड्राइवर को आगे कि सड़क का एक कमांडिंग व्यू मिलता है। इसमें 15 इंच कि touch स्क्रीन, इमर्सिव साउंड सिस्टम, और एक एक्सपेंसिव ग्लास रूफ के साथ बहुत ही simple और क्लीने मॉडल है। जो हेडरूम को और बढ़िया बनता है और इससे sky view भी बहुत आसान हो जाता है। इसमें भी standard प्लस, long range AWD और परफॉर्मेंस ये तीन ऑप्शन्स मिल जाते हैं। परफॉर्मेंस की स्पीड 3.5 सेकंड्स मे 0 से 60mph है। इसकी range 303miles है। बाकी दोनों मे ये 7 सीटर और इसमें 5 सीटर है। 

Tesla Cars ki खासियत क्या है?

टेस्ला कर्स ने electric vehicle industry मे क्रांति ला दी है। इन इलेक्ट्रिक वाहनों में दुनिया के हर कोने मे सभी का बहुत ही ध्यान आकर्षित किया है। आज जिस तरह से पॉल्यूशन बढ़ रहा है उसमे व्हीकल्स का सबसे बड़ा योगदान है। इसीलिए ये cars एनवायरनमेंट फ्रेंडली है और यूजर को को एक अच्छी परफॉर्मेस भी देती है। टेस्ला मॉडल S ने 2013 मे Motor Trend Car of the year के लिए पुरस्कार भी जीता है। लेकिन टेस्ला कार काम कैसे करती है, टेस्ला कारो मे एक पॉवरफुल बैटरी होती है जिसे बिजली से चार्ज किया जाता है ये केयर को एक निश्चित अवधि तक चलने के लिए पॉवर देता है। ये बैटरी भी कुछ हद तक उसी बैटरी के जैसे होती है जिसे आप अपने लैपटॉप और स्मार्ट फोन्स मे देखते है। टेस्ला अपनी सुपर कारो को पॉवर देने के लिए लिथियम ion battery का उपयोग करता है। Tesla car मे इस्तेमाल होने वाली बैटरी  हजारों लिथियम कोशियकाओ से बनी होती है। इन बैटरी का भार भी बहुत अधिक होता है। इनका वाहन कई हज़ार पाउंड होता है। और ये सभी बैटरियां टेस्ला bay area के headquarters मे बेटी हैं। इसीलिए बैटरी कि क्वालिटी और durability कि गारेंटी होती है। सभी बैटरी हीटिंग सिस्टम के साथ आती है ये हीटिंग सिस्टम ठंड के मौसम में लोगो।को अपनी कार शुरू करने में मदद करता है। इसीलिए जो लोग टेस्ला कार्स को खरीदने के लिए पैसा खर्च करते है उन्हे इस टेक्नोलॉजी के कारण बैटरी से रिलेटेड किसी भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। इसके अलव टेस्ला कार में छोटे मोटर होते है जो एक तरबूज के आकार के बराबर होता है। ये इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियरिंग के लेटेस्ट इनोवेशन्स मे से एक है। और भी ऐसी कई नए तरह के इन्वेंशन स है को इस कार को बनाने में इस्तेमाल किए जा रहे हैं। इन मॉडल्स के आलावा आने वाले 5 सालो मे और कई सारे लेटेस्ट मॉडल्स बनने कि उम्मीद है। जिससे आने वाले समय में ज्यादा से ज्यादा लोगो के लिए इसे खरीदना affordable हो सके। 

दोस्तो हमे उम्मीद है कि आपको Tesla Cars से जुड़ा हमरा यह लेख आपको पसंद आया होगा। हमने पूरी कोशिश कि कि अपने इस लेख में हम आपको पूरी जानकारी दे सके। अगर इस लेख से जुड़ा कोई भी सवाल है जो आप हमसे पूछना चाहते हो तो आप हमे कमेंट करके पूछ सकते हैं। 

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